मेरे "दिल की आवाज" !
>> मंगलवार, 28 अगस्त 2012 –
मेरे "दिल की आवाज"
गज़ल क्या है, मुझे नहीं मालूम !
नज्म क्या है, मुझे नहीं मालूम !
कविता क्या है, मुझे नहीं मालूम!
अल्फाज़ क्या है, मुझे नहीं मालूम !
मैं तो लिखता हूँ बस अपने "दिल की आवाज" !
ये ही मेरी गज़ल है, ये ही मेरा नज्म है !
ये ही मेरी कविता है, ये ही मेरे अल्फाज़ है !
मेरे "दिल की आवाज"
प्रमोद मौर्य "प्रेम"